Keshvi IVF & Women Care Hospital

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प्रेगनेंसी में मूड स्विंग्स: कारण, लक्षण और आसान उपाय | IVF सेंटर उदयपुर

गर्भावस्था एक स्त्री के जीवन का बहुत ही खास और भावनात्मक समय होता है। इस दौरान शारीरिक के साथ-साथ मानसिक रूप से भी कई बदलाव होते हैं। इन बदलावों में एक आम लेकिन चुनौतीपूर्ण बदलाव होता है मूड स्विंग्स यानी मूड का अचानक बदल जाना। कई बार महिलाएं बिना किसी कारण के रोने लगती हैं, गुस्सा करती हैं या अत्यधिक खुशी महसूस करती हैं। यह सब सामान्य है, लेकिन इन्हें समझना और संभालना बहुत जरूरी होता है। आइए जानते हैं इसके कारण, लक्षण और समाधान।

गर्भावस्था में मूड बदलने के मुख्य कारण

हार्मोनल बदलाव

गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है, जिससे दिमाग की रसायन प्रक्रिया प्रभावित होती है और मूड बार-बार बदलता है।

शारीरिक परेशानी

गर्भवती महिलाओं को थकान, उल्टी, नींद की कमी, पीठ दर्द जैसी समस्याएं होती हैं, जो मानसिक तनाव का कारण बनती हैं।

मानसिक तनाव

बच्चे की सेहत, डिलीवरी की चिंता, परिवार और आर्थिक जिम्मेदारियों को लेकर महिलाएं तनाव में आ जाती हैं।

पहली बार माँ बनना

जो महिलाएं पहली बार माँ बनती हैं, उन्हें अनुभव की कमी और अनिश्चितता के कारण अधिक चिंता होती है।

मूड स्विंग्स के सामान्य लक्षण

  • अचानक रो देना
  • बिना कारण गुस्सा आना
  • बहुत चुप हो जाना या किसी से बात न करना
  • अकेलापन महसूस करना
  • ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
  • बहुत ज्यादा उत्साहित या बहुत उदास होना

मूड स्विंग्स को नियंत्रित करने के उपाय

  • पर्याप्त नींद ले : हर दिन कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेने से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है।
  • स्वस्थ आहार ले : संतुलित और पोषणयुक्त भोजन से मानसिक स्थिति बेहतर होती है। हरी सब्जियाँ, फल और दही जैसे खाद्य पदार्थ फायदेमंद होते हैं।
  • व्यायाम करे : हल्की सैर, प्रेगनेंसी योग या स्ट्रेचिंग से शरीर में ऊर्जा आती है और मूड भी अच्छा रहता है।
  • बातचीत करे : अपने दिल की बात पति, परिवार या दोस्तों से करें। इससे तनाव कम होता है और भावनात्मक सहारा मिलता है।
  • अपने लिए समय निकालें : वो काम करें जिससे आपको खुशी मिलती हो जैसे म्यूजिक सुनना, किताब पढ़ना या कुछ रचनात्मक करना।
  • विशेषज्ञों मदद लें : अगर मूड स्विंग्स बहुत ज्यादा हैं और आपकी दिनचर्या प्रभावित हो रही है तो डॉक्टर या काउंसलर से बात करें।

क्या मूड स्विंग्स हर महिला को होते हैं?

नहीं, हर महिला के अनुभव अलग होते हैं। कुछ महिलाओं को बहुत हल्के मूड स्विंग्स होते हैं, जबकि कुछ को अधिक गंभीर बदलाव महसूस होते हैं। यदि मूड में बदलाव लंबे समय तक बना रहता है और जीवन पर असर डाल रहा है, तो तुरंत किसी महिला रोग विशेषज्ञ या IVF डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

केशवी IVF एंड वुमन केयर हॉस्पिटल उदयपुर में संपूर्ण देखभाल

हमारा उद्देश्य सिर्फ IVF या ICSI जैसी उन्नत तकनीकों को उपलब्ध कराना नहीं है, बल्कि हर महिला को गर्भावस्था के हर चरण में मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक सहायता प्रदान करना है। हमारे यहां उपलब्ध सुविधाएं:

  • अनुभवी गायनोकोलॉजिस्ट और IVF विशेषज्ञ

  • काउंसलिंग और इमोशनल सपोर्ट

  • उच्च सफलता दर के साथ IVF ट्रीटमेंट

  • महिला बांझपन और पुरुष बांझपन के लिए विशेष उपचार

संपर्क करें

गर्भावस्था में मूड का बदलना सामान्य है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर समय पर ध्यान दिया जाए और सही कदम उठाए जाएं तो माँ और बच्चे दोनों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है। इस समय महिला को सबसे ज्यादा प्यार, सहयोग और समझदारी की जरूरत होती है। अपने मन की बात कहें, खुद को समय दें और जरूरत पड़ने पर मदद लेने में बिल्कुल न हिचकिचाएं।

यदि आप उदयपुर में IVF उपचार, फर्टिलिटी जांच, या प्रेगनेंसी से जुड़ी समस्याओं के लिए सहायता ढूंढ रही हैं, तो आज ही केशवी आई वि ऍफ़ हॉस्पिटल से संपर्क करें। हम हर कदम पर आपके साथ हैं।